एक बहुचर्चित विषय है जिसके वैज्ञानिक, नैतिक और सामाजिक निहितार्थ हैं.
क्लोनिंग क्या है?
क्लोनिंग का मतलब किसी जीव (जानवर या पौधे) की आनुवंशिक रूप से एक समान प्रति बनाना होता है.
क्लोनिंग क्या है?
मूल जीव के DNA की नकल करके एक नया जीव बनाया जाता है.
मानव क्लोनिंग कितने प्रकार की होती है?
मानव क्लोनिंग के दो मुख्य प्रकारों पर विचार किया जा रहा है:–
– प्रजनन क्लोनिंग (Reproductive Cloning): इस प्रक्रिया में एक नए व्यक्ति को बनाया जाता है जो आनुवंशिक रूप से किसी मौजूदा व्यक्ति के समान होता है.
चिकित्सीय क्लोनिंग (Therapeutic Cloning): इस प्रक्रिया में रोगी की अपनी कोशिकाओं से भ्रूण (embryo) जैसी बनावट बनाई जाती है. इस भ्रूण की स्टेम कोशिकाओं (stem cells) को निकालकर रोगी का इलाज किया जा सकता है.
क्या मानव क्लोनिंग संभव है?
वैज्ञानिक रूप से, मानव क्लोनिंग संभव हो सकती है, लेकिन फिलहाल यह तकनीक काफी जटिल और जोखम भरी मानी जाती है.
क्या मानव क्लोनिंग संभव है?
अभी तक किसी भी देश में सफल मानव क्लोनिंग की पुष्टि नहीं हुई है.