एम कॉम में अंग्रेजी विषय होने पर क्या असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं?Can I become an assistant professor if I have English as a subject in M.Com?
सीधा उत्तर: हाँ, बिल्कुल बन सकते हैं।
हालांकि, इसमें कुछ शर्तें और ध्यान देने योग्य बातें हैं।
क्यों बन सकते हैं? Why can it become?
- विषयों का व्यापक दायरा: विश्वविद्यालयों में कॉमर्स फैकल्टी में अक्सर अंग्रेजी भाषा और व्यावसायिक संचार जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं। आपकी एम कॉम की डिग्री के साथ-साथ अंग्रेजी विषय पर आपकी पकड़ आपको इन विषयों को पढ़ाने के लिए योग्य बनाती है।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग: आजकल, व्यापारिक संचार में अंग्रेजी भाषा का बहुत महत्व है। इसलिए, अंग्रेजी में माहिर असिस्टेंट प्रोफेसरों की मांग हमेशा बनी रहती है।
- अन्य विषयों में भी अवसर: आप कॉमर्स के अन्य विषयों जैसे बिजनेस कम्युनिकेशन, इंटरनेशनल बिजनेस, और मार्केटिंग में भी पढ़ा सकते हैं, खासकर यदि आपके पास इन विषयों में कुछ अतिरिक्त योग्यताएं हैं।
यहां कुछ संभावित परिदृश्य हैं:
- कॉमर्स कॉलेज:( Commerce College) यदि आप किसी कॉमर्स कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर बनना चाहते हैं, तो आपकी एमकॉम की डिग्री निश्चित रूप से मददगार होगी। आप कॉमर्स के विभिन्न विषयों जैसे बिजनेस कम्युनिकेशन, बिजनेस इंग्लिश या इंटरनेशनल बिजनेस में पढ़ा सकते हैं।
- अंग्रेजी विभाग:( English Department) कुछ कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में कॉमर्स विभाग के साथ-साथ अंग्रेजी विभाग भी होता है। यदि आपकी अंग्रेजी में अच्छी पकड़ है और आपने एमकॉम के दौरान अंग्रेजी से संबंधित कोई विशेषज्ञता हासिल की है, तो आप अंग्रेजी विभाग में भी असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं।
- अन्य विषय: (Other Subject)यदि आप किसी अन्य विषय जैसे मानविकी या सामाजिक विज्ञान में असिस्टेंट प्रोफेसर बनना चाहते हैं, तो आपको उस विषय में स्नातकोत्तर या पीएचडी की डिग्री की आवश्यकता हो सकती है।
क्या-क्या ध्यान रखना चाहिए? What to keep in mind?
- विशिष्ट योग्यताएं: कई विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए NET (National Eligibility Test) या SET (State Eligibility Test) जैसी परीक्षाएं पास करना अनिवार्य होता है। आपको अपने चुने हुए विषय (अंग्रेजी या अन्य) में NET/SET परीक्षा पास करनी होगी।
- पीएचडी: हालांकि सभी जगह अनिवार्य नहीं है, लेकिन पीएचडी करने से आपके पास बेहतर अवसर होंगे।
- शैक्षणिक योग्यता: कुछ विश्वविद्यालयों में न्यूनतम प्रतिशत के साथ मास्टर डिग्री की आवश्यकता होती है।
- अनुभव: यदि आपके पास शिक्षण का कोई अनुभव है, तो यह आपके लिए फायदेमंद होगा।
- अन्य भाषाएं: यदि आप अन्य विदेशी भाषाएं जानते हैं, तो यह आपके लिए एक अतिरिक्त योग्यता होगी।
कैसे आगे बढ़ें? How to proceed?
- NET/SET की तैयारी करें: अपने चुने हुए विषय (अंग्रेजी या अन्य) में NET/SET परीक्षा की तैयारी शुरू करें।
- पीएचडी में दाखिला लें: यदि संभव हो तो पीएचडी करें।
- अनुभव प्राप्त करें: शिक्षण संस्थानों में पार्ट-टाइम या फ्रीलांस आधार पर पढ़ा सकते हैं।
- अपने रिसर्च को प्रकाशित करें: शोध पत्रिकाओं में अपने शोध पत्र प्रकाशित करें।
- विभिन्न विश्वविद्यालयों में आवेदन करें: विभिन्न विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन करें।
निष्कर्ष:
एम कॉम में अंग्रेजी विषय होने के बावजूद आप आसानी से असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं। बस आपको सही दिशा में प्रयास करने की जरूरत है। ऊपर बताए गए बिंदुओं का ध्यान रखकर आप अपने करियर को एक सफल शिक्षक के रूप में बना सकते हैं।
अतिरिक्त सुझाव:
- नेटवर्किंग: अपने क्षेत्र के अन्य शिक्षकों और शोधकर्ताओं के साथ नेटवर्किंग करें।
- अपने कौशल को विकसित करें: लगातार अपने ज्ञान और कौशल को विकसित करते रहें।
- अपनी रुचियों का पता लगाएं: आप किस विषय में सबसे अधिक रुचि रखते हैं, उस विषय में विशेषज्ञ बनने का प्रयास करें।
एम कॉम में अंग्रेजी विषय होने पर क्या असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं? Can I become an assistant professor if I have English as a subject in M.Com?
अगर आपको इस विषय पर और अधिक जानकारी चाहिए तो आप मुझसे पूछ सकते हैं।
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