MEDA : PM KUSUM : कुसुम योजना घटक ( ब ) देखिये
कुसुम योजना घटक ब: किसानों के लिए सौर ऊर्जा संचालित सिंचाई
परिचय:
भारत सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भरता कम करने और उनकी ऊर्जा लागत कम करने में मदद करने के लिए प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत कुसुम योजना घटक ब शुरू की है। यह योजना किसानों को सौर ऊर्जा संचालित जल पंप स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
योजना के लाभ:
- बिजली की लागत में कमी: सौर ऊर्जा संचालित जल पंप किसानों को बिजली के बिलों पर पैसे बचाने में मदद करते हैं, जिससे उनकी समग्र आय में वृद्धि होती है।
- विद्युत उपलब्धता में सुधार: सौर ऊर्जा पंप ग्रिड बिजली की कमी या अनिश्चित आपूर्ति वाले क्षेत्रों में किसानों के लिए सिंचाई की सुविधा सुनिश्चित करते हैं।
- पर्यावरण को लाभ: सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है जो हवा और जल प्रदूषण को कम करने में मदद करता है।
- जल संरक्षण: सौर ऊर्जा पंपों का उपयोग करके, किसान अपनी सिंचाई जरूरतों के लिए कम पानी का उपयोग कर सकते हैं, जिससे जल संरक्षण में मदद मिलती है।
- आत्मनिर्भरता: सौर ऊर्जा पंप किसानों को अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए बिजली ग्रिड पर निर्भर रहने से मुक्त करते हैं, जिससे उन्हें अधिक आत्मनिर्भर बनाता है।
पात्रता:
- योजना के तहत सभी किसान पात्र हैं जिनके पास सिंचाई के लिए भूमि है।
- किसानों के पास आधार कार्ड, बैंक खाता और जमीन का स्वामित्व का प्रमाण होना चाहिए।
- आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
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योजना के तहत सहायता:
- सरकार सौर ऊर्जा जल पंप की स्थापना के लिए 90% तक की सब्सिडी प्रदान करती है।
- शेष 10% राशि किसान द्वारा वहन की जाती है।
- किसानों को बैंकों से सस्ती दरों पर ऋण भी मिल सकता है।
अर्ज प्रक्रिया:
- योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन या ऑफलाइन किया जा सकता है।
- ऑनलाइन आवेदन के लिए, किसानों को प्रधानमंत्री कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkusum.mnre.gov.in/ पर जाना होगा।
- ऑफलाइन आवेदन के लिए, किसान अपने नजदीकी कृषि कार्यालय या जन सेवा केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
योजना का क्रियान्वयन:
- योजना का क्रियान्वयन कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और राज्य सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
- योजना के तहत, प्रत्येक राज्य में नोडल एजेंसियां स्थापित की गई हैं जो सौर ऊर्जा जल पंपों की स्थापना और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होंगी।
योजना की प्रगति:
- योजना की शुरुआत 17 मार्च 2019 को हुई थी।
- योजना के तहत, सरकार ने 2024-25 तक 20 लाख सौर ऊर्जा जल पंप स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
- अभी तक, योजना के तहत 10 लाख से अधिक सौर ऊर्जा जल पंप स्थापित किए जा चुके हैं।
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कुसुम योजना घटक ब किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। यह योजना न केवल उनकी ऊर्जा लागत को कम करने में मदद कर रही है, बल्कि यह उन्हें अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से खेती करने में भी सक्षम बना रही है।
टीप:
- मैंने योजना के कानूनी और शर्तों के बारे में अधिकृत जानकारी के लिए संबंधित सरकारी वेबसाइटों का उल्लेख किया है।
- मैं आपको आपकी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार योजना के लिए आवेदन करने में मदद